भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौता अब अंतिम चरण में है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, “अगर भारत अपने बाजारों को हमारे लिए खोलता है, तो हम भी व्यापार शुल्क में भारी कटौती कर सकते हैं।” यह समझौता 9 जुलाई तक हो सकता है। हमारा भारत के साथ काफी कम टैरिफ पर व्यापार समझौता होने जा रहा है।
कुछ इस तरह का होगा यह समझौता
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आश्वासन दिया कि अमेरिका और भारत का समझौता कुछ अलग प्रकार का होगा। इसमें दोनों देशों के बीच व्यापार में लगने वाले डायरेक्ट टैरिफ कम किए जाएंगे, जिससे दोनों देश प्रतिस्पर्धा कर सकें। इस समझौते की आखिरी डेडलाइन 9 जुलाई को है।
पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने आश्वासन दिया कि अगर यह समझौता होता है, तो दोनों देशों के बीच व्यापार करने में आसानी होगी, जिसमें भारत कृषि से जुड़े टैक्स मुद्दों पर थोड़ा सख्ती दिखा रहा है।
भारत की अमेरिका से मांग
भारत, अमेरिका द्वारा लगाए गए 26 प्रतिशत शुल्क को वापस लेने की मांग कर रहा है तथा इसे 10 प्रतिशत तक लाने की मांग रखी है।
साथ ही अमेरिका द्वारा ऑटो पार्ट्स पर लगाए गए शुल्क में छूट देने का प्रस्ताव भी भारत ने रखा है।
समझते हैं द्विपक्षीय व्यापार समझौता
भारत और अमेरिका का वार्षिक व्यापार वर्तमान में 190 बिलियन डॉलर है, जिसे बढ़ाकर 2030 तक 500 बिलियन डॉलर करने का प्रस्ताव है।
भारतीय उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि यदि भारत और अमेरिका एक निष्पक्ष और न्यायसंगत व्यापार पर बातचीत करते हैं, तो इससे दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं को लाभ होगा।
दोनों देशों के व्यापार का कुल आंकड़ा
2024 तक भारत और अमेरिका का कुल व्यापार 191 बिलियन डॉलर को पार कर चुका है।
भारत का कुल निर्यात लगभग 78 बिलियन डॉलर था, जबकि अमेरिका से कुल आयात लगभग 113 बिलियन डॉलर हुआ।
इसी के साथ अमेरिका भारत का सबसे बड़ा निर्यात बाजार बन चुका है।
भारत का अमेरिका को निर्यात
- मशीनरी, उपकरण, पार्ट्स आदि
- दवाइयां और फार्मा में जेनेरिक दवाइयां
- मेडिकल उपकरण
- टेक्सटाइल और परिधान – कपड़े, गारमेंट्स, फर्निशिंग
- रत्न और आभूषण – हीरे, सोना आदि
- आईटी सॉफ्टवेयर सेवाएं – BPO, KPO
- कृषि उत्पाद – मसाले, चाय, चावल इत्यादि
भारत का अमेरिका से आयात
- इलेक्ट्रॉनिक चिप्स, मशीनरी
- विमान और रक्षा क्षेत्र में – फाइटर जेट्स, हेलीकॉप्टर
- पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस – कच्चा तेल
- कृषि उत्पाद – मेवे, सेब, सोया उत्पाद
- शिक्षा और तकनीकी सेवाएं – उच्च शिक्षा, अनुसंधान सहयोग
व्यापार समझौते के मंच
भारत और अमेरिका व्यापार के क्षेत्र में QUAD, IPEF, TPF (ट्रेड पॉलिसी फोरम) जैसे मंच साझा करते हैं।
रक्षा समझौतों में COMCASA, BECA के माध्यम से तकनीकी सूचनाओं का आदान-प्रदान करते हैं।
नई साझेदारी
हाल ही में अमेरिका और भारत का सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग में सहयोग बढ़ा है।
अमेरिकी कंपनियां भारत में डाटा सेंटर और आईटी टेक्नोलॉजी में तेजी से निवेश कर रही हैं।
दोनों देश चीनी उत्पादों के प्रभाव को कम करने की रणनीति पर कार्य कर रहे हैं।
अमेरिका में व्यापार करने की शर्तें
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका में व्यापार करने की कुछ शर्तें लागू की हैं। उन्होंने बताया कि अमेरिका ने कई देशों को पत्र भेजे हैं, जिनमें अमेरिका में व्यापार की अनुमति दी गई है।
हालांकि, व्यापार करने के लिए कुछ शर्तें लगाई गई हैं, जिनमें एक यह है कि अमेरिका में व्यापार के लिए 50 प्रतिशत तक टैरिफ लगाया गया है।
भारत–अमेरिका व्यापार की चुनौतियां
भारत और अमेरिका के व्यापार में कुछ चुनौतियां भी हैं –
- वीज़ा नियमों में H-1B वीज़ा से संबंधित मुद्दे
- कुछ क्षेत्रों में मतभेद
- अमेरिका द्वारा भारत से सोयाबीन, मक्का और शराब पर आयात शुल्क घटाने की मांग
इन चुनौतियों के साथ-साथ दोनों देशों में आपसी सहयोग को बढ़ाने के लिए लगातार बातचीत चल रही है।