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Superman Movie Controversy क्या एक भू राजनैतिक विषय से है?

Superman Movie Sparks Controversy
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एक ऐसा सुपर हीरो जो न केवल अमेरिकी सीमाओं तक सीमित रहा बल्कि उन सीमाओं से परे जाकर संपूर्ण विश्व, चाहे वह यूरोप, मिडिल ईस्ट, ऑस्ट्रेलिया या फिर एशिया का कोई देश क्यों ना हो, हर जगह अपने सत्य और न्याय के प्रतीक के रूप में अपनी छाप छोड़ी। अमेरिकी एक्शन कॉमिक बुक का हीरो Superman इन दिनों अपनी Superman Movie की स्टोरी से ज्यादा विवाद का कारण बना हुआ है। 11 जुलाई को Superman रिलीज की गई यह James Gunn के द्वारा निर्देशित की गई, लेकिन इस मूवी ने इजराइल में एक ऐसे विवाद को जन्म दे दिया है जिससे वहां के लोगों से लेकर वहां की सरकार और न्यूज़ चैनल तक आक्रोशित महसूस कर रहे हैं। चाहे लोगो को जोड़ने वाला सोशल मीडिया या कोई समाचार एजेंसी सभी जगह एक चर्चा का विषय बना हुआ है James Gunn के द्वारा निर्देशित यह फिल्म कहीं ना कहीं अप्रत्याशित रूप से इज़राइल और गाज़ा के बीच चल रहे युद्ध को दर्शा रही है। सोचने वाली बात यह है कि अगर यह मूवी इजराइल की छवि खराब कर रही है तो क्या यह हॉलीवुड की सोची-समझी रणनीति हो सकती है? या फिर क्या जेम्स गन ने जान बूझकर बोरीविया को इजराइल जैसा दिखाया? और अगर ऐसा है तो अमरीकी सरकार के द्वारा इस पर कोई कार्यवाही क्यों नहीं की गई? क्या इस फिल्म से इसराइल के खिलाफ पश्चिमी और मिडिल ईस्ट में एंटी-इजरायल की मानसिकता और ज्यादा पनप सकती है? ऐसे बहुत से सवाल हैं जो इस मूवी पर सोचने के लिए विवश करते हैं।

Superman Movie पर एंटी-इजराइल होने का आरोप

विवादों की शुरुआत दो देश बोराविया और जरहानपुर जैसे काल्पनिक देश से होती है। बोराविया देश को मिलिट्री के साथ-साथ HI-TECH AI और टेक्नोलॉजी से लैस एक अत्याधुनिक देश के रूप में दिखाया गया है जिसको शक्तिशाली अमेरिका का सहयोग मिला हुआ है। बोराविया देश को एक बहुत अहंकारी, आक्रामक प्रवृत्ति का दिखाया गया है; इसका जब भी मन करता है, यह बिना वजह जरहानपुर के लोगों पर भीषण आक्रमण कर देता है। वहीं दूसरी ओर, जरहानपुर देश को एक छोटे और आर्थिक रूप से बहुत ही कमजोर देश के रूप में दिखाया गया है जिसके पास कोई भी मिलिट्री पावर और तकनीक नहीं है।

इस मूवी के दृश्यों की झलक को देखकर ऐसा लगता है मतलब कोई भी अगर इस फिल्म को देखता है तो उसके विचार अपने आप इसराइल और गाजा के बीच हुए युद्ध से इसकी कल्पना करने लगते हैं। जरहानपुर के लोगों को नॉन-वाइट आबादी वाले घनी देश के रूप में प्रदर्शित किया गया है। फिल्म में शक्तिशाली बोराविया देश अचानक जरहानपुर पर हमला कर देता है। वहां के लोग हमलों से बचने के लिए इधर-उधर भाग रहे हैं। भीषण तबाही के दृश्यों और मिसाइल हमलों को देखकर ऐसा लगता है मानो गाजा के ऊपर इसराइल के हमले हो। ऐसा कहीं भी फिल्म में बताया नहीं गया, लेकिन जेम्स गन के द्वारा बिना किसी भी देश का नाम लिए सिर्फ काल्पनिक देश को बनाकर इतने महत्वपूर्ण भू-राजनीतिक मुद्दे को युद्ध के क्षेत्र से उठाकर फिल्म में दर्शाया गया है। सवाल यह भी है कि क्या नई सुपरमैन मूवी वाकई में इजराइल-गाजा युद्ध को दिखा रही है?

फिल्म के यह दृश्य एक ऐसे भू राजनीतिक हिस्से को उजागर करते है की कैसे एक शक्तिशाली देश दूसरे कमजोर देश पर आक्रमण करके उसका अस्तित्व मिटाने की कोशिश करता है यही से विवाद की शुरुआत होती है हालांकि इजरायली दर्शकों के द्वारा इस फिल्म को लेकर यह आपत्ति दिखाई गई है कि अगर दिखाना ही था तो इसमें 7 अक्टूबर 2023 वाले इजरायल के ऊपर हमास के हमले को भी दिखाते, उसका जिक्र क्यों नहीं बल्कि जरहानपुर को निर्दोष क्यों दिखाया यदि पहले जरहानपुर की उकसावे की कार्रवाई दिखाई जाती, तो बोरीविया का हमला एक सेल्फ डिफेंस और रिस्पांस की तरह नजर आता जो अपने देश के ऊपर होने वाले आक्रमण के खिलाफ कार्रवाई करता हुआ दिखाई देता। लेकिन चूंकि फिल्म में जरहानपुर को पूरी तरह मासूम और पीड़ित दर्शाया गया है, जैसे वह तो निर्दोष देश है उसने कभी भी कुछ गलत किया ही नहीं उसके ऊपर बिना वजह है आक्रमण किया जा रहा है इसलिए इज़राइल समर्थकों को यह फिल्म पक्षपाती और असंतुलित लगती है।

यह एक गंभीर चिंता का विषय है कि अगर जिओ पॉलिटिक्स मुद्दों को सच जाने बिना कि किसने पहला हमला किया अगर फिल्म के माध्यम से फैलाया गया तो यह वैश्विक स्तर पर बहुत से लोगों की मानसिकता एक तरफ बदल सकती है, उनकी किसी भी देश के प्रति सोच को परिवर्तित कर सकता है, उनकी छवि को खराब कर सकती है क्योंकि एक ऐसी फिल्म जिसकी फैन फॉलोइंग सिर्फ आज से ही नहीं बल्कि बहुत पहले से है, जब उसमें सुपरमैन जैसे किरदार को किसी एक देश की ओर से लड़ते हुए दिखाया जाए तो कहीं ना कहीं उसके प्रति विचार आकृति लेने लगते हैं। सोचने वाली बात यह है क्या यह मूवी वाकई दर्शकों की सोच पर असर डाल सकती है?

Superman Movie को लेकर विरोध क्यों ज्यादा गंभीर है?

सुपरमैन को लेकर यह विवाद और ज्यादा तेज और विरोधी इसलिए हो गया क्योंकि सुपरमैन के इस काल्पनिक किरदार को जेरी सिगेल और जो शस्टर ने बनाया था और यह दोनों मूल रूप से यहूदी थे। और फिल्म मैं एक यहूदी को दूसरे यहूदी के खिलाफ दिखा कर भावनात्मक रूप से उन्हें आहत किया इससे वैश्विक स्तर पर एंटी इजरायल सोच को और ज्यादा बढ़ावा मिल सकता है।

James Gunn की सफाई और शक

जेम्स गन के द्वारा इस फिल्म से संबंधित विवाद को लेकर कहा गया है कि यह पूरी तरीके से फ्रिक्शन और काल्पनिक है। इस मूवी को इजरायल-गाजा युद्ध से पहले लिखा गया था। इसका न सिर्फ इजरायल और गाजा बल्कि विश्व में चल रहे किसी भी युद्ध से कोई सम्बन्ध नहीं है, लेकिन आलोचना करने वाले दर्शक इस बात को मानने को तैयार नहीं हैं। उनका कहीं ना कहीं सोचना यह है कि पात्र और देश काल्पनिक हैं, लेकिन जिओ पॉलिटिक्स के रूप में वह कहीं ना कहीं इजरायल-गाजा युद्ध को दर्शाती है। सुपरहीरो मूवीज़ या फिर किसी भी मूवी में क्या जिओपॉलिटिक्स शामिल करना सही है या गलत? यह भी साफ तौर पर कहना मुश्किल है। क्या जेम्स गन ने जानबूझकर बोरीविया को इजराइल जैसा दिखाया?

एंटी-इज़राइल सेंटीमेंट के फैलने का खतरा

मुस्लिम देश में इसराइल को लेकर जो छवि बनी हुई है, वह किसी से छुपी नहीं है। ऊपर से इस मूवी को भी एंटी-इजरायल मानसिकता फैलाने की दृष्टि से देखा जा रहा है। फिर जब इन देशों से लोग उच्च शिक्षा के लिए यूरोप और अमेरिका जैसे देशों में जाते हैं, तो वहां एंटी-इजराइल विचार फैला सकते हैं जिससे इजरायल के खिलाफ नकारात्मक विचार पश्चमी सभ्याता वाले देश के लोगों का राजनैतिक ध्रुवीकरण कर सकते है।

फिल्म या जिओपॉलिटिकल हथियार

जब भी सुपर हीरो की बात आती है चाहे आयरन मैन हो स्पाइडर-मैन या फिर सुपरमैन तो उसमें सुपरमैन की फैन फॉलोइंग एक अलग ही लेवल की होती है इनकी पहुंच किसी भी देश में बहुत अंदर तक अपना प्रभाव छोड़ती है शायद ही ऐसा कोई देश हो जो इन सुपर हीरो के किरदार से वाकिफ न हो लेकिन क्या होगा जब Superman Movie जिसकी बहुत बड़े लेवल पर फैन फॉलोइंग है फिल्म का इस्तेमाल एक जियो पोलिटिकल हथियार के रूप में किया जाए किसी ऐसे रियल लाइफ मुद्दे को जिस पर जनता की नजर नहीं है उसे इस प्रकार की फिल्मों में तोड़ मरोड़ कर दिखाया जाये तो बड़ी संख्या में लोगों की सोच का राजनैतिक ध्रुवीकरण किया जा सकता है जो फिल्म लोगों की सोच को रोमांचित करने वाली उड़ान देती है क्या इन सुपरहीरो मूवीज़ में जिओपॉलिटिक्स शामिल करना सही है या गलत? जो सुपर हीरो सत्य, न्याय और मानवता के लिए संपूर्ण विश्व में जाना जाता हो क्या ऐसे सुपरमैन हीरो को किसी भी देश के खिलाफ स्टैंड लेना दिखाया जाना सही है या गलत?

आने वाले समय में अगर इस प्रकार की मूवी का इस्तेमाल जिओपॉलिटिकल हथियार के रूप में किया गया तो यह नई बात नहीं होगी क्योंकि कोई भी ऐसा देश जो किसी बड़ी समस्या से ग्रसित है, अगर अपनी छवि को विश्व के अन्य देशों के सामने अच्छा दिखाना चाहता है तो वह इस प्रकार की मूवी में अपना किरदार अच्छा दिखाकर एक बड़े तबके को प्रभावित कर सकता है। यह भी हो सकता है इसके बाद बहुत सी फिल्म मेकर इस प्रकार के पैटर्न को फॉलो करें क्योंकि वे भी किसी रियल लाइफ कंट्रोवर्सी को फिल्म में जोड़ दें जिससे लोगों तक पहुंच ज्यादा हो। सुपरमैन को लेकर लोगों में जुनून इस लेवल तक होता है कि कुछ लोग अपने फेवरेट सुपर हीरो के जैसा देखने के लिए उनके जैसे कॉस्ट्यूम और उनके जैसे दिखने की पूरी कोशिश करते हैं।

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