ट्रम्प के हस्ताक्षर के बाद बिल बना कानून
अमेरिका के 249वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर ट्रम्प ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। उनके सपनों को साकार करता Big Beautiful Bill गुरुवार रात पास हो गया है। इसे ट्रंप के कार्यकाल की सबसे बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। ट्रंप ने शुक्रवार को इस बिल पर हस्ताक्षर किए तथा बिल से यह कानून बन गया जिसका टेक दिग्गज एलन मस्क ने खुलकर विरोध भी किया।
इस बड़े टैक्स छूट और खर्च कटौती वाले बिल पर चर्चा लंबे समय से की जा रही थी, और आखिरकार शुक्रवार को व्हाइट हाउस से अमेरिकी स्वतंत्रता दिवस के इस खास दिन पर बिल के कानूनी रूप लेने से इसमें चार चांद लग गए।
इसमें टैक्स ब्रेक और सरकारी खर्च में कटौती जैसे महत्वपूर्ण प्रावधानों को शामिल किया गया है जो ट्रंप शासन की आर्थिक नीतियों और निर्णयों का महत्वपूर्ण हिस्सा बनेगा।
इस कानून के पारित होने से अब अमेरिकी करदाताओं को काफी हद तक राहत मिलेगी, साथ ही अमेरिका की अर्थव्यवस्था भी मजबूत होने के साथ-साथ गतिशील होती नजर आएगी।
आखिर क्या है Big Beautiful Bill?
इस कानून के अंतर्गत टैक्स कटौती की जाएगी। अपने पहले कार्यकाल में ट्रंप ने इनकम टैक्स में जो कटौती की थी, अब इसे स्थाई कर दिया गया है।
अबसे टिप और ओवर ओवरटाइम के अंतर्गत मिलने वाले पैसे पर कोई टैक्स नहीं लगेगा।
रिसर्च और डेवलपमेंट पर किए जाने वाले खर्चों में कटौती की अमेरिकी कंपनियों को तुरंत अनुमति मिल सकेगी।
करीब 350 अरब डॉलर अमेरिकी सीमा और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खर्च किए जाएंगे, जिसमें ही 1 लाख बिस्तरों वाले डिटेंशन सेंटर का निर्माण भी शामिल है।
5 ट्रिलियन तक लोन की सीमा को बढ़ाया गया है।
गोल्डन डोम एयर डिफेंस सिस्टम के लिए 25 अरब डॉलर का फंड दिया जाएगा।
इमिग्रेशन एवं कस्टम एन्फोर्समेंट अधिकारियों के लिए नया फंड जारी किया जाएगा।
नए एवं पुराने इलेक्ट्रिक वाहन खरीदी पर 30 सितंबर तक ही कर में छूट मिलेगी।
स्वच्छ ऊर्जा परियोजनाओं के लिए करों में जो छूट दी जाती है उसे वापस लिया जाएगा।
कानून को लेकर एलन मस्क का विरोध
इस नए कानून ने ट्रंप और मस्क के बीच बढ़ती तकरार को और तूल दिया है। ट्रंप के कार्यकाल में बतौर सलाहकार रहे मस्क इस नए कानून का पुरजोर तरीके से विरोध कर रहे हैं। मस्क ने इस कानून को पागलपन भरा और विनाशकारी करार दिया है। उनका मानना है कि यह कानून अमेरिका में हो रहे नवाचारों को नष्ट करने के साथ-साथ प्रगतिरत उद्योगों एवं तकनीकी क्षेत्रों की नौकरियों में अफसरों को बंद कर देगा।
मस्क ने इस बिल के कटाक्ष में एक पोस्ट भी किया था जिसमें वे लिखते हैं कि अगर यह बिल पास हो जाता है तो अगले ही दिन मैं एक अमेरिकी पार्टी बना लूँगा।
भारत पर इसका क्या असर होगा?
ट्रंप के इस कानून को हरी झंडी मिलने से भारत के सोलर और विंड प्रोजेक्ट्स को झटका लग सकता है क्योंकि अब से अमेरिका क्लीन एनर्जी में निवेश करने से परहेज करेगा।
इस कानून के लागू होने से भारतीयों को अमेरिका में नौकरी करना होगा मुश्किल क्योंकि इस कानून के बाद अमेरिका में वर्क परमिट, टीपीएस, और शरणार्थियों की एंट्री सख्त कर दी जाएगी।
अमेरिकी डॉलर पर इस कानून के लागू होने से दबाव बनना तय है जिसके चलते भारतीय रुपये में गिरावट के कयास लगाए जा रहे हैं।
टिप्स और ओवरटाइम पर टैक्स न लगाए जाने से जो भारतीय छात्र अमेरिका में पार्ट टाइम नौकरी करते हैं उन्हें मिलेगा फायदा।
इस कानून से अब भारतीयों को भारत अपने घर पैसे भेजने या घर से मिलने वाले पैसे पर कम टैक्स देना होगा.
यदि आप कैश, मनी ऑर्डर, या कैशियर चेक से पैसे भेजते हैं तो 1% रेमिटेंस टैक्स चुकाना होगा।
आइए जानें इस कानून की कुछ खास बातें।
हाउस ऑफ़ रिप्रेजेंटेटिव में 218-214 से पास हुआ
4 जुलाई 2025 को कानूनी रूप लिया
4.5 ट्रिलियन डॉलर की टैक्स छूट शामिल
यह कानून 2017 की टैक्स कटौती को स्थायी करेगा।